पद्माकर ने किस तरह भाषा शिल्प से भाव-सौंदर्य को और अधिक बढ़ाया है? सोदाहरण लिखिए।
इस काव्य को पढने के बाद हमे इस बात का पूर्ण ज्ञान हो गया है कि पद्माकर ने सुव्यवस्थित और सरल भाषा का प्रयोग करके भाषा के प्रवाह बनाये रखा था उन्होंने एसी भाषा का प्रयोग किया था कि पाठक उन्हें आसानी से समझ सकता था I ओरे भांति कुंजन में गुजरत भीर भोरे
1. छलिया छबीले छेल और छबि छवे गए I
2. गोकुल के कुल के गली के गोप गाउन के छ ग तथा क अक्षरों के प्रभावी रचना से पक्तियों को प्रभावी बना दिया था कवि की रचना में चित्रत्मकता का समावेश सहज रूप से किया गया था I
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Welcome to the NCERT Solutions for Class 11 Hindi - Antra - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 7: padmaakar ne kis tarah bhaasha shilp se bhaav-saundary ko aur adhik badhaaya hai? sodaaharan likhie. - पद्माकर ने किस तरह भाषा शिल्प से भाव-स....
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