जूझ - Joojh Question Answers: NCERT Class 12 Hindi - Vitan

Exercise 1
Q:
A:

पाठ का शीर्षक किसी भी रचना के मुख्य केंदीय भाव को व्यक्त करता था जूझ  का अर्थ है सघर्ष इसमें कथानायक आनद की पढाई लिखाई बीच में रोककर उससे खेती बोरी के कार्यो में लगा दिया है किन्तु लेखक पढना चाहता है इसलिए उसने पिता की इच्छा के विरूद्ध पाठशाला जाने के लिए सघर्ष था जिसे पाठ का शीर्षक पूर्णत अभिव्यक्त करता था I


Q:
A:

मराठी के अध्यापक सोदलगेकर कविता के अच्छे रसिक व् मर्मज्ञ होते है वे कक्षा में सस्वर कविता पाठ करते है तथा लय छद गति आरोह अवरोह आदि का ज्ञान करते है एक बार मास्टर जी ने घर में निकली मालती लता पर कविता लिखी और उसका वाचन किया तो लेखक उससे बहुत प्रभावित होता था I उन्हें यह ज्ञान हुआ कि कवि भी उनकी तरह ही होते थे I


Q:
A:

मास्टर सोदलगेकर कुशल अध्यापक मराठी भाषा के ज्ञात व कवि है वे सुरीले ढंग से स्वय की व् दूसरो की कविताए गाते है पुरानी नयी मराठी कविताओ के साथ साथ उन्हें अनेक अग्रेजी कविताए भी कठस्थ थे फेले वे एकाध गाकर सुनाते है फिर बैठे
बैठे अभिनय के साथ कविता का भाव ग्राहण करते थे I


Q:
A:

कविता के प्रति लगाव से पहले लेखक ढोर ले जाते समय खेत में पानी डालते और अन्य काम करते समय अकेलापान महसूस करता है उसे लगता कि उसके साथ बात करने वाला कोई हो लेकिन कविता के प्रति लगाव के बाद वह खेतो में पानी देते समय भेस चराते समय कविताओं में खोया रहता था I


Q:
A:

लेखक का मत है कि जीवन भर खेतो में काम करके कुछ भी हाथ आने वाला नहीं था अगर में पढ लिख गया तो कही  मेरी नोकरी लग जाएगी या कोई व्यापार करके अपने जीवन को सफल बनाया जा सकता था दता जी को जब पता चलता था लेखक के पिता जी उन्हें पढने से मना करते थे थो राव पिता जी को बुलाकर खूब डाटते थे और कहते है कि तू सारा दिन क्या करता था I


Q:
A:

दता जी राव से पिता पर दवाव डलवाने के लिए लेखक और उसकी माँ को एक झूट का सहारा लेना पड़ा था यदि झूठ का सहारा न लेते और सच बताते कि उन्होंने दता जी राव से पिता को बुलाकर लेखक को स्कूल भेजने के लिए कहा था I