"उस समय वह सोच भी नहीं सकता था कि, मनुष्य को दुःख पहुँचाने के अलावा भी साहित्य का कोई उद्देश्य हो सकता है। "लेखक ने ऐसा क्यों कहा? आप के विचार से साहित्य के कौन कौन से उद्देश्य हो सकते हैं?
उस समय वह सोच भी नही सकता है कि मनुष्य को दुःख पहुचाने के अलावा भी साहित्य का कोई उदेश्य सकता था लेखक ने ऐसा इसलिए कहा था क्योकि विद्यालय में शरतचंद को सीता – वनवास जेसी सहितिय्क रचनाए पढनी पड़ती है हमारे विचार से साहित्य के निम्नलिखित उधेश्य हो सकते थे –
- साहित्य मनुष्य के मनोरंजन का बहुतउतम साधन था इसको पढने से समय अच्छा व्यतीत होता था I
- साहित्य के माध्यम से मनुष्य अपने देष गाँव समाज इत्यादि के समीप आ जाता था उसमे विधमान सामाजिक मान्यताओ , विषमताओ , कमियों , इत्यादि को जाना जा सकता था I
NCERT questions are designed to test your understanding of the concepts and theories discussed in the chapter. Here are some tips to help you answer NCERT questions effectively:
Welcome to the NCERT Solutions for Class 11 Hindi - Antral - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 1: "us samay vah soch bhee nahin sakata tha ki, manushy ko duhkh pahunchaane ke alaava bhee saahit - "उस समय वह सोच भी नहीं सकता था कि, मनुष....
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