लेखक अपने छात्र जीवन में स्कूल से छुट्टियों में मिले काम को पूरा करने के लिए क्या क्या योजनायें बनाया करते था और उसे पूरा न कर पाने की स्थिति में किसकी भांति 'बहादुर' बनने की कल्पना किया करते थे?
लेखक के स्कूल की छुट्टिया होती थी और उसमे जो काम करने के लिए मिलता था उसे पूरा करने के लिए लेखक समय सारणी बनाता था कोन शा काम कितना काम एक दिन में पूरा करना था जेसे हिसाब के मास्टर द्वारा दिए जाते थे 200 सवालों को पूरा करने के लिए रोज दस सवाल निकले जान पर वह 20 दिन में पूरे हो जाते समय लेकिन खेल कूद में लेखक का समय बीत जाता था और कोई काम नही कर पाता था I
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Welcome to the NCERT Solutions for Class 10 Hindi - Sanchayan - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 7: lekhak apane chhaatr jeevan mein skool se chhuttiyon mein mile kaam ko poora karane ke lie kya kya y - लेखक अपने छात्र जीवन में स्कूल से छुट्....
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