लेखक का हिंदी-साहित्य के प्रति झुकाव किस प्रकार बढ़ता गया?
लेखक के पिता फारसी के ज्ञाता है तथा हिंदी प्रेमी भी है उनके घर में भारतेन्दु रचित हिंदी नाटको का वाचन हुआ करता है रामचरितमानस तथा रामचन्द्रिका का भी सुंदर वाचन होता है पिता द्वारा लेखक को बचपन से ही साहित्य से परिचय करवा दिया गया है भारतेन्दु लिखित नाटक लेखक को आकर्षित करते है अत इस आधार पर कहा जा सकता था कि पिताजी ने ही उनके अंदर हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम के बीज बोए है इस तरह हिंदी साहित्य की और झुकाव होना स्वाभाविक है I
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Welcome to the NCERT Solutions for Class 12 Hindi - Antra - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 4: lekhak ka hindee-saahity ke prati jhukaav kis prakaar badhata gaya?   - लेखक का हिंदी-साहित्य के प्रति झुकाव क....
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