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Welcome to the Chapter 11 - Savaiye, Class 9 Hindi - Kshitij NCERT Solutions page. Here, we provide detailed question answers for Chapter 11 - Savaiye. The page is designed to help students gain a thorough understanding of the concepts related to natural resources, their classification, and sustainable development.
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कवि को ब्रजभूमि से गहरा प्रेम था वह इस जन्म में ही नही अगले जन्म में भी ब्रजभूमि का वासी बने रहना चाहता था वह हर हाल में ब्रजभूमि में रहना चाहता था I
कवि का ब्रज के वन , बाग़ और तालाब को इसलिए निहारना था क्योकि इसके साथ कृष्ण की यादे जुडी हुई थी I
श्री कृष्ण रसखान जी के आराध्य देव थे उनके द्वारा डाले गए कबल और पकड़ी हुई लाठी उनके लिए बहुत मूल्यवान थी श्री कृष्ण लाठी व कबल डाले हुए ग्वाले के रूप में सुशोभित हो रहे थे I
सखी ने गोपी से आग्रह किया है कि वह कृष्ण के समान सर पर मोरपंखो का मुकुट धारण करता था गले में गुजो की माला पहने थे I
मेरे विचार से रसखान कृष्ण के अनन्य भक्त थे उन्हें किसी भी रूप में कृष्ण सात्रिध्य प्राप्त करना था इसमें उनकी भक्ति भावना होती थी I
चोथे सवेये के अनुसार कृष्ण का रूप अत्यत मोहक था तथा उनकी मुरली की धुन बड़ी मादक थी इन दोनों से बचना गोपियों के लिए अत्यत कठिन था I
(क) भाव यह है कि रसखान जी ब्रज की काटेदार झाड़ियो व कुजन पर सोने के महलो का सुख न्योछावर कर देना चाहते थे I
(ख) भाव यह है कि कृष्ण की मुस्कान इतनी मोहक थी कि गोपी से वह झ्रेली नही जाती थी कृष्ण की मुस्कान पर गोपी इस तरह मोहित हो जाती थी I
कालिदी कूल कदम्ब की डारन में क वर्ण की आव्रति होने के कारण अनुप्रास अलकार थे I
गोपी अपनी सखी के कहनेपर कृष्ण के समान वस्त्राभूषण तो धारण कर लेगी परन्तु कृष्ण की मुरली को अधरों पर नही रखती थी उसके अनुसार उसे यह मुरली सोत की तरह प्रतीत होती थी I
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