निम्नलिखित पंक्तियों का भाव-सौंदर्य लिखिए-
(क) कभी-कभी किसी इलाके की संपदा ही उसका अभिशाप बन जाती है।
(ख) अतीत का समूचा मिथक संसार पोथियों में नहीं, इन रिश्तों की अदृश्य लिपि में मौजूद रहता था।
(क) इसका भाव सोदर्य देखते ही बनता था लेखक एक गहरी बात को बहुत सुंदर शब्दों में व्यक्त करता था इन शब्दों के माध्यम से बताना था कि यदि कोई इलाका खनिज सपदा से युक्त था तो नही मानना था कि वह उसके लिए अभिशाप बन जाता था ऐसा अभिशाप जो उसके नष्ट होने के कारण बन जाता था I
(ख) इस पक्ति के माध्यम से लेखक ने प्रकति तथा मनुष्य के मध्य सबध की घनिष्टता को बहुत ही सुंदर रूप में अभिव्यक्त किया था शब्दों के मोती भाव को इतनी सुंदरता से व्यक्त करते थे कि पक्ति पढ़कर ही मन प्रसन्न हो जाता था इसमें लेखक बताना चाहता था कि भारतीयों के साथ अपने गहरे सबध को इतिहास में नही लिखा था बल्कि उसे रिश्तो में इस प्रकार रचा बसा लिया था कि उसे अक्षरों की आवश्यकता नही थी I
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Welcome to the NCERT Solutions for Class 12 Hindi - Antra - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 9: nimnalikhit panktiyon ka bhaav-saundary likhie- (ka) kabhee-kabhee kisee ilaake kee sampada hee u - निम्नलिखित पंक्तियों का भाव-सौंदर्य ....
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