1. कॉलेज के दिनों में रामन् की दिली इच्छा क्या थी?
2. वाद्ययंत्रों पर की गई खोजों से रामन् ने कौन-सी भ्रांति तोड़ने की कोशिश की?
3. रामन् के लिए नौकरी संबंधी कौन-सा निर्णय कठिन था।
4. सर चंद्रशेखर वेंकट रामन् को समय-समय पर किन-किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया?
5. रामन् को मिलने वाले पुरस्कारों ने भारतीय-चेतना को जाग्रत किया। ऐसा क्यों कहा गया है?
1. कॉलेज के दिनों में रामन की दिली इच्छा है कि वे नए नए वैज्ञानिक प्रयोग करते थे पूरा जीवन शोधकार्यो लगा देता है उसका मन और दिमाग विज्ञान के रहस्यों को सुलझाने के लिए बेचेंन रहता है I
2. रामन ने देशी और विदेशी दोनों प्रकार के वाधयत्रो का अध्ययन कर इस तोड़ने की कोशिश करता था I
3. रामन भारत सरकार के वित विभाग में अफसर है एक दिन प्रसिद्ध शिक्षा शास्त्री सर आशुतोष मूखर्जी ने रामन से नोकरी छोड़कर कलकता विश्वविद्यालय में प्रोफेसर का पद लेने के लिए आग्रह किया था I
4. सर चन्द्शेकर वेकट रामन को समय समय पर अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था 1924 में रॉयल सोसायटी की सदस्यता प्रदान की ठगी 1929 में उन्हें सर की उपाधि
दी गई है I
5. रामन को समय समय पर मिलने वाले पुरस्कारों ने भारतीय चेतना को जाग्रत करता था इनमे से अधिकाश पुरस्कार विदेशी है अग्रेजो की गुलामी के दोर में एक भारतीय वैज्ञानिक को इतना सम्मान दिए जाने से भारत को आत्मविश्वास और आत्मसम्मान मिला और लोगो को प्रेरणा दी थी I
NCERT questions are designed to test your understanding of the concepts and theories discussed in the chapter. Here are some tips to help you answer NCERT questions effectively:
Welcome to the NCERT Solutions for Class 9 Hindi - Sparsh - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 2: 1. kolej ke dinon mein raaman kee dilee ichchha kya thee? 2. vaadyayantron par kee gaee khoj - 1. कॉलेज के दिनों में रामन् की दिली इच....
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