1. रामन् के प्रारंभिक शोधकार्यों को आधुनिक हठयोग क्यों कहा गया है?
2. रामन् की खोज ‘रामन् प्रभाव’ क्या है? स्पष्ट कीजिए।
3. रामन् प्रभाव’ की खोज से विज्ञान के क्षेत्र में कौन-कौन से कार्य संभव हो सके?
4. देश को वैज्ञानिक दृष्टि और चिंतन प्रदान करने में सर चंद्रशेखर वेंकट रामन् के महत्त्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालिए।
5. सर चंद्रशेखर वेंकट रामन् के जीवन से प्राप्त होने वाले संदेश को अपने शब्दों में लिखिए।
1. रामन के समय में शोधकार्य करने के लिए परिस्थतिया बिल्कुल विपरीत थी वे सरकारी नोकरी भी करते है जिस कारण समय का अभाव रहता है I
2. जब एक वर्णीय प्रकाश की किरण किसी तरल या ठोस रवेदार पदार्थ से गुजरती थी तो उसके वर्ण में परिवर्तन आ जाता था दोनों स्थित्तियो में रंग में बदलाव आता था I
3. रामन प्रभाव की खोज से विज्ञान के श्रेत्र में अनेक कार्य सभव हो सकते थे विभिन्न पदार्थो के अणुओ और परमाणु की आतरिक सरचना का अध्ययन सहज हो जाता था I
4. सर चन्द्रशेखर वेकट रामन ने देश को वैज्ञानिक द्रष्टि और चितन प्रदान करने में अत्यत महत्वपूर्ण योगदान दिया था उन्होंने सरकारी नोकरी छोड़कर वैज्ञानिक कार्यो के लिए जीवन समर्पित कर दिया था I
5. सर चन्द्रशेखर वेंकट रामन के जीवन से हमे सदेव आगे बढते रहने का संदेश देता था रामन ने संदेश दिया था कि हमें अपने आसपास घट रही विभिन्न प्राकतिक घटनाओं की छानबीन वैज्ञानिक द्रष्टि से करनी है I
NCERT questions are designed to test your understanding of the concepts and theories discussed in the chapter. Here are some tips to help you answer NCERT questions effectively:
Welcome to the NCERT Solutions for Class 9 Hindi - Sparsh - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 3: 1. raaman ke praarambhik shodhakaaryon ko aadhunik hathayog kyon kaha gaya hai? 2. raam - 1. रामन् के प्रारंभिक शोधकार्यों को आ....
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