1. धर्म और ईमान के नाम पर किए जाने वाले भीषण व्यापार को कैसे रोका जा सकता है?
2. ‘बुधि पर मार’ के संबंध में लेखक के क्या विचार हैं?
3. लेखक की दृष्टि में धर्म की भावना कैसी होनी चाहिए?
4. महात्मा गांधी के धर्म-संबंधी विचारों पर प्रकाश डालिए।
5. सबके कल्याण हेतु अपने आचरण को सुधारना क्यों आवश्यक है?
1. आज देश में धर्म और ईमान के नाम पर होने वाले व्यापार को रोकने के लिए सभी को धर्म से ऊपर उठकर देश के बारे में सोचना था और इन लोगो को कडा जवाब देना ही था I
2. बुधि पर मार के सबंध में लेखक का यह मानना था कि कुछ अपने आप को मसीहा समझने वाले लोग भोली भाली जनता को धर्म के नाम पर डराकर कब्जा करके अपने व्यापार बढ़ाते थे I
3. लेखक के अनुसार धर्म की उपासना के मार्ग में कोई भी रुकावट न होती जिसका मन जिस प्रकार चाहे उसी प्रकार धर्म की भावना को अपने मन में जगावे थे I
4. महात्मा गांधी धर्म को सवत्र स्थान देते थे वे एक पग भी धर्म के बिना चलने के लिए तैयार नही था परन्तु उनकी बात ले उड़ने से पहले प्रत्येक आदमी का कर्तव्य यह था कि वह भली भांति समझ लेता था I
5. सबके कल्याण की द्रष्टि से आपका पूजा पाठ नही देखा जाता था आपकी भलमनसाहत की कसोटी केवल आपका आचरण होता था आपको अपने आचरण को सुधारना पड़ता था I
NCERT questions are designed to test your understanding of the concepts and theories discussed in the chapter. Here are some tips to help you answer NCERT questions effectively:
Welcome to the NCERT Solutions for Class 9 Hindi - Sparsh - Chapter . This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise 1 , Question 2: 1. dharm aur eemaan ke naam par kie jaane vaale bheeshan vyaapaar ko kaise roka ja sakata hai? 2. - 1. धर्म और ईमान के नाम पर किए जाने वाले भ....
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