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Welcome to the Chapter 9 - Sangatkar, Class 10 Hindi - Kshitij NCERT Solutions page. Here, we provide detailed question answers for Chapter 9 - Sangatkar. The page is designed to help students gain a thorough understanding of the concepts related to natural resources, their classification, and sustainable development.
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संगतकार के माध्यम से कवि किसी भी कार्य अथवा कला में लगे सहायक कर्मचारियों और कलाकारों की और सकेत करता था जेसे सगंतकार मुख्य गायक के साथ मिलकर उसके सुरों में अपने सुरों को मिलाकर उसके गायन में नई जान फूकता था I
1. सिनेमा के श्रेत्र में – फिल्म में अनेको सह कलाकार डुप्लीकेट सह नर्तक व् स्टेटमेन होते थे I
2. भवन निर्माण श्रेत्र में मजदूर जो भवन का निर्माण होता था I
संगतकार अपने स्वर को मुख्य गायक के स्वर से उच्चा नही उठाता था जब मुख्य गायक गाते गाते थकान अनुभव करता था तो संगतकार उसे सहयोग देता था जब गायन करते समय मुख्य गायक गयिका अपनी लय को लाघकर भटक जाते थे
प्रसग – प्रस्तुत पक्तियाँ मंगलेश डबराल द्वारा रचित संगतकार कविता से ली गई थी इसमें कवि द्वारा गायन में मुख्य गायक का साथ देने वाले संगतकार की भूमिका के महत्व को दर्शया जाता था भाव
– कवि कहता था संगतकार जब मुख्य गायक के पीछे पीछे गाता था वह अपनी आवाज को मुख्य गायक की आवाज से अधिक उच्चे स्वर में नही जाने देतेताकि मुख्य गायक की महत्ता कम न हो जाती थी I
किसी भी श्रेत्र में प्रसिद्धी पाने वाले लोगो को अनेक लोग तरह तरह से योगदान देते थे जेसे प्रसिद्ध गायक गायिका जब प्रसिद्ध प्राप्त करते थे तो उसमे एक संगीत निर्देशक गीतकार तकनीकी साउंड डालने वाले वादय यत्र बजाने वाले संगतकार , निर्माता उनकी सुविधा का ध्यान रखने वाला एव प्रशसा का वातावरण बना होता था I
तारसप्तक में गायन करते समय मुख गायक का स्वर बहुत ऊँचाई तक पहुच जाता था जिसके कारण स्वर के टूटने का आभास होने लगता था और इसी कारण वह अपने कठ से ध्वनि का विस्तार करने में कमजोर होता था I
सफलता पर पहुच कर यदि व्यक्ति लडखडाने लग जाता था तो इसके सहयोगी अपने सुझावो द्वारा उसके कदमो को नई दिशा देते थे अपने मनोवल द्वारा इसके मनोबल को सभालते थे तथा उसका मार्गदर्शन करते थे I
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