रुबाइयां - Rubaiyan Question Answers: NCERT Class 12 Hindi - Aroh

Exercise 1
Q:
A:

शायर राखी के लच्छे को बिजली की चमक की तरह कहकर यह बताना चाहता है कि सावन मास में रक्षाबधन का पर्व मनाया जाता है इन दिनों जोरदार बारिश होती है बादलो में जिस तरह बिजली चमकती रहेती है उसी प्रकार बहने चमकती राखी भाई के हाथो में बाधकर उनके उज्वल भविष्य की कामना करती है I


Q:
A:

खुद का परदा खोलने से कवि का आशय स्वय की बुराइयों या कमजोरियों को प्रकट करना है कवि के अनुसार जो व्यक्ति उनकी बुराई करता है वह जाने अनजाने ससार के सामने अपनी ही कमजोरी ही बताता है I


Q:
A:

कवि ने निराशा के श्रणों में ऐसा लगता है कि किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया था कवि कहता है किअसफल होने पर में किस्मत पर रोता है और किस्मत मुझे उदास देख़कर रोती है कि वह मेरे लिए कुछ सार्थक नहीं कर पाती है I


Q:
A:

1.गोदी का चाँद अर्थात बच्चा माँ को हर्षित करता है और गगन का चाँद बच्चे को यानि गोदी के चाँद को हर्षित करता है I सभी माँ के लिए उसका बच्चा चाँद के सामान सुन्दर और प्रिय होता है और बच्चे को चन्द्रमा आकषित करता है I
2 रक्षाबंधन एक मधुर बधन है सावन में रक्षाबंधन आता है सावन का जो सबध झीनी गटा से है गटा का जो सबध बिजली से है वही सबध भाई का बहन से रहेता है भाई – बहन के मन में प्यार कि भावनाए रहेती है I


Q:
A:

हिंदी के प्रयोग

आगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी हाथो पे झुलाती है उससे गोद – भरी
गूज उठती है खिलखिलाते बच्चे कि हँसी रक्षाबधंन की सुबह रस कि पुतली छायी है घटा गगन की हलकी हलकी बिजली की तरह चमक रहे है लच्छे भाई के है बाधती चमकती राखी I

उर्दू के प्रयोग

उल्झे हुए गेसुओं में कघी करके देख के आईने में चाँद उतर गया है I

लोक – भाषा के प्रयोग

रह रह के हवा में जो लोक देती है I