चश्मेवाला कभी सेनानी नही रहा परन्तु चश्मेवाला एक देशभक्त नागारिक है उसके ह्र्दय में देश के वीर जवानो के प्रति सम्मान है वह अपनी और से एक चश्मा नेताजी की मूर्ति प्र अवश्य लगाता है
(क) हालदार साहब इसलिए मायूस हो गए कि कैप्टेन अब मर चुके थे और उसके समान भावना है उसके मर जाने के बाद हालदार साहब को लगा था अब समाज में किसी के भी मन में नेताजी या देशभक्तों के प्रति सम्मान की भावना नहीं थी I
(ख) मूर्ति पर लगे सरकड़े का चश्मा इस बात का प्रतीक था कि आज भी देश की आने वाली पीढ़ी के मन में देशभक्तों के लिए सम्मान की भावना थी उम्मीद है कि बच्चे गरीबी और साधनों के बिना भी देश के लिए कार्य करते होगे I
(ग) उचित साधन न होते हुए भी किसी बच्चे ने अपनी श्रमता के अनुसार नेताजी को सरकडे का चश्मा पहना था यह बात उनके मन में आशा जगाती थी कि आज भी देश में देश भक्ति जीवित थी I
देशभक्तों ने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सवर्स्व देश के प्रति समर्पित कर दिया था आज जो हम स्वत्रत देश के आजादी की साँस ले रहे थे यह उन्ही के कारण सभव हो पाया था उन्ही के कारण आजाद हुआ था I
पानवाला पूरी की पूरी पान की दुकान थी सड़क के चोराहे के किनारे उसकी पान की दुकान थी वह काला तथा मोटा था उसकी तोद भी निकली हुई थी उसके सर पर गिने चुने बाल ही बचे थे वह एक तरफ ग्रहाक के लिए पान बना रहा था I
पानवाले ने कैप्टन को लगाडा तथा पागल कहा था जो कि अति गेर जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूण वक्तव्य थे कैप्टन में एक सच्चे देशभक्त के वे सभी गुण मोजूद थे जो कि पानेवाले में या समाज के अन्य किसी वर्ग में नही था I