(क) चुरुंगुन पेड़ की एक डाली से दूसरी डाली पर गया। उसने डाली पर लगी कलियाँ और फूल देखे।
(ख) चुरुंगुन के साथ खाने और खेलने वाले सभी साथी, उसका इंतजार कर रहे हैं।
(ग) चुरुंगुन ने कच्चे और पक्के फलों में अंतर करना सीख लिया है और वह सब पहचानने लगा है। उसने उनमें से कुछ को खाया है और कुछ को काटकर गिरा भी दिया है।
(घ) चुरुंगुन एक वृक्ष से दूसरे वृक्ष पर आता-जाता रहता है। वह धरती की ओर भी जाने लगा है।
उड़ने के बाद चुरुगुन आकाश की और गया होगा और उसने ऊपर से नदियो , जंगल, झरने और रंग बिरगे फूलो से लदे उपवन देखे होगे I
डाल, पात, कलियाँ, फूल, फुनगी, फल, साथी, तरु, धरती, दाना, गगन
ekavachan bahuvachan ghonsala ghonsale, ghonsalo daal baat kalee phool phal saathee taru daana daina
एकवचन |
बहुवचन |
घोंसला |
घोंसले, घोंसलो |
डाल |
डालें, डालों |
बात |
बातें, बातों |
कली |
कलियाँ, कलियों |
फूल |
फूलों |
फल |
फलों |
साथी |
साथियों |
तरु |
तरुओं |
दाना |
दानें |
डैना |
डैने |
1. डाल – डाल पर पक्षी बैठे I
सेनिक ढाल और तलवार से लड़ाई करते है I
2. वह हर बात पर लड़ने लगता है I
हमने घर में दाल – भात खाया I
3. पोधो पर सुंदर फूल लगे है I
गुस्सा हर झगड़े का मूल है I
4. चिड़िया दाना खती है I
धान के खेत लहलहा रहे है I
5. इन्तजार का फल मीठा होता है I
हर पल हमारे लिए कीमती है I