karatoosWHERE cd.courseId=9 AND cd.subId=45 AND chapterSlug='karatoos' and status=1SELECT ex_no,page_number,question,question_no,id,chapter,solution FROM question_mgmt as q WHERE courseId='9' AND subId='45' AND chapterId='1197' AND ex_no!=0 AND status=1 ORDER BY ex_no,CAST(question_no AS UNSIGNED)
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राबिनहुड की ही तरह वजीर अली भी सहासी बहादुर और चकमा देने में माहिर होता है वह कई दिनों से अग्रेजो को चकमा देता है और उनकी पकड में नही आ रहा है कंपनी के वकील को उसने उसके घर में जाकर मार दिया है I
साआदत अली नवाब आसिफद्दोला का छोटा भाई होता है जब तक नवाब आसिफुद्दोला की कोई सन्तान नही होती है तब तक उसे नवाब बनने की पूरी आशा है परन्तु वजीर के जन्म लेते ही उसकी आशाओ पर पानी फिर गया था I
सआदत अली और कर्नल दोस्त है साआदत अली को कर्नल प्र विश्वास भी है सआदत अली को ऐशो आराम की जिंदगी बिताना पसंद है इसलिए वह खुद तो ऐशो आराम की जिंदगी बिताएगा साथ ही दोस्त और विश्वासपात्र होने के कारण कर्नल की जिंदगी भी बड़े आराम से गुजर थी है I
कंपनी के वकील का कत्ल करने के बाद वजीर अली आजमगढ़ भाग गया था और वहां के नवाब से
सहायता पाकर सुरक्षित घाघरा पहुँच सकते थे और तब से वे जंगलो में रहकर अपनी शक्ति बढ़ाने लगा था I
कर्नल जिस सवार को सधारण सिपाही समझ सकता है और जिसकी मदद से वह वजीर अली को पकड़ने का ख्वाबी देखते है वह वास्तव में स्वयं वजीर अली है इसलिए सवार के जाने के बाद कर्नल हक्का वक्का रहता था I
लेपिनेट को कर्नल ने जब यह बताया था कि वजीर अली ही नही था बल्कि दक्षिण में टीपू सुलतान बंगाल में नवाब के भाई भी कंपनी के खिलाफ थी और इन्होने अफगानिस्तान के बादशाह शाहे जमा को आक्रमण करने का न्योता भेजा था I
वजीर अली को उसके नवाबी पद से हटा दिया था और बनारस भेज दिया है फिर कुछ महिनो बाद उन्हें कलकतता बुलवाया जाता था उससे शिकायत की परन्तु उसने शिकायत सुनने की जगह वजीर अली को खूप खरी खरी सुनाते थे I
सवार जो कि स्वय वजीर अली ही है कर्नल के खेमे में वेश बदलकर कर्नल को अपनी बातो से प्रभावित क्र कर्नल को स्वय को ही पकड़वाने की सहायता देने का जाल बिछाकर बड़ी ही चतुराई से कारतूसो को प्राप्त करते थे I
वजीर अली का निभर्यता से शत्रु के खेमे में अकेले जाना दुश्मनों से ही कारतूसो को प्राप्त करता था वकील की अपमानजनक बात को सहन न करना था और उसी के घर में उसकी हत्या करना होता था I