इसका मुख्य कारण है सबधो का महत्त्व तिब्बत में इस मार्ग पर यात्रियों के लिए एक जेसी व्यवस्थाय नही है इसलिए वहा जान पहचान के आधार पर ठहरने का उचित स्थान मिल जाता है I
उस समय के तिब्बत में हथियार रखने से सम्बधित कोई कानून है इस कारण लोग खुलेआम पिस्तौल बन्दूक आदि रखते है साथ वहा अनेक निर्जन स्थान भी है I
लड़कोर के मार्ग में लेखक का घोडा थककर धीमा चलने लगा है इसलिए वे अपने साथियों से पिछड़कर रास्ता भटक जाता था I
लेखक ने शेकर विहार में सुमित को उनके यजमानो के पास जाने से रोका परन्तु दूसरी बार लेखक एक मंदिर में रखी बुद्धवचन अनुवाद की हस्तलिखित पोथिया पढ रहे है I
उस समय भारतीयों को तिब्बत यात्रा की अनुमति नही है इसलिए उन्हें भिखमंगे के रूप में यात्रा करना पडा था I
- लकड़ोर रास्ता तय करते समय रास्ता भटक जाने के कारण वे अपने साथियों से बिछड़ गए थे I
उस समय तिब्बती समाज में छुआछूत जाति पाति आदि कुप्रथाए नही है ओरते परदा नही करते थे कोई अपरिचित व्यक्ति भी किसी के घर में अन्दर तक जा सकता है I
(क) लेखक पुस्तके पढने में रम गया I