(क) उस समय लडकियों की हालात अत्यत दयनीय है उस समय का समाज पुरुष प्रधान है पुरुषो को समाज में उच्चा दर्जा प्राप्त है पुरुषो के सामने नारी को अत्यत हीं द्रष्टि से देखा जाता है I
(ख) आज लडकियों के जन्म के सबंध में हालात थोड़े बदले थे आज शिक्षा के माध्यम से लोग सजग हो रहे थे लड़का लडकी का अंतर धीरे धीरे हो रहा था I
लेखिका को बचपन में उर्दू पढाने के लिए मोलवी रखा गया था परन्तु उनकी रूचि न होने के कारण वो उर्दू फ़ारसी नही सीख पा रहे थे I
लेखिका की माता अच्छे सस्कार वाली महिला है वे धार्मिक स्वभाव की महिला है वे पूजा पाठ किया करती है वे ईश्वर में आस्था रखती है सवेरे कृपानिधान पछी बन बोले पद और प्रभाती गाती है I
पहले हिंदू मुस्लिम को लेकर इतना भेदभाव नही है हिंदू और मुस्लिम दोनों एक ही देश में प्रेम पूर्वक रहते है I
अगर में जेबुत्रिसा के जगह पर होती तो में उनसे प्रेम और आदर की अपेक्षा रखता था उनसे पढाई में सहयोग प्राप्त करना था I
हमारा भी देश के प्रति कई कर्तव्य थे अगर मुझे भी देशहित या आपदा निवारण के सहयोग में अपने पुरस्कार को त्याग करना पडा था तो इसमें मुझे प्रसन्नता होती है I
लेखिका महादेवी वर्मा के छात्रावास का परिवेश बहुभाषी है कोई हिंदी बोलता है किसी की भाषा उर्दू है वहा कुछ मराठी लडकिया भी है जो आपस में मराठी बोलती है I