लेखिका बचपन में इतवार की सुबह अपने मोज़े व स्टाकिग को धोने और अपने जूतों को पोलिश करने का काम करती है I
यह कहकर लेखिका उनके और अभी के समय में अंतर स्पष्ट करती थी उस समय मनोरंजन का साधन ग्रामोफोन है परन्तु आज रेडियो और टेलीविज़न ने उसकी जगह ले ली थी पहले की कुलफी अब आइसक्रीम हो गयी कचोडी – समोसे की जगह अब पेटीज ने ले ली थी I
लेखिका ने पहली बार चश्मा लगाया है इसलिए वो कुछ अजीब सी लग रही थी उन्हें खुद भी अटपटा सा लग रहा है इस कारण उनके चचेरे भाई उन्हें छेड़ते है I
लेखिका बचपन में चाकलेट और चने जोर गरम और अनारदाने का चूर्ण मजा ले – लेकर खाती है रसभरी , कसमल और काफल उनके प्रिय फल है I